
संजय मिश्रा के डायलॉग्स - Sanjay Mishra All Dialogues in Hindi
टेंपो... धोंडू निकाल!
आल द बेस्ट
जिस तरह देहले के पहले नेहला आता है ... वैसा ही गुरु के पहले चेला आता है
गोलमाल अगेन
तकदीर खराब हो तो ऊंट पर बैठे बौने आदमी के पैर में भी कुत्ता काट ले
गॉड तुस्सी ग्रेट हो
लड़की ख़ूबसूरत हो और स्कूटी पर हो तो प्यार हो जाता है ... और जब लड़की बदसूरत हो और मर्सिडीज में हो तो प्यार झक मारके करना ही पड़ता है
लकी कबूतर
बड़ा सोचोगे, फिर बड़ा बनोगे
छोटा मुँह बड़ी मूँछ
फटा पोस्टर निकला हीरो
हर कहानी का हीरो शाहरुख खान नहीं होता है ... कभी कभी आपकी तरह, मेरी तरह, एक आम इंसान भी होता है ... अपनी कहानी का हीरो
प्यार जिसे लव कहते हैं, ऐसा कहां होता है ... वो तो गंगा में पहली डुबकी की तरह है ... शरीर पर पड़ते ही आत्मा तर हो जाती है
आज कल कहते हैं की भगवान के बाद अगर किसी को सब कुछ पता है ... सब कुछ ... तो वो है गूगल
जब चीजों आंखों के पास हो तो अक्सर धुंधली हो जाती है ... फिर जब दूर होती है तो साफ दिखने लगती है ... लेकिन अगर बहुत दूर हो जाए तो भी दिखना बंद हो जाती है
अंग्रेजी में कहते है
भारत पाकिस्तान में बीवी शोहर के बारे में अगर इतना जानते होंगे, तो फिर वो बीवी शोर नहीं होंगे ... करण और जौहर होंगे
गेस्ट इन लंदन
दोस्तों के दुख दर्द बांटने देखो जग्गी आया है... अबे कौन है वो कबूतर जिसने तुम्हे सताया है
प्लान
इंसानियत का फ़र्ज़ है एक दूसरे के काम आना
फस गए रे ओबामा
पहले जो है प्याज़ कांटने में आंसू आते थे... अब प्याज़ ख़रीदने में
महँगी सिर्फ चीज ही नहीं होती बल्की उसके साथ सब कुछ महँगा हो जाता है ... रिश्ता भी, नाता भी, प्यार भी, हंसी भी
जब तक रम में नहीं होगा दम ... कैसे मिटेगा गम
सारे जहां से महंगा
तैरना है तो समुंदर में तैरो, तलाबो में क्या रखा है... और जो इश्क करना है तो मुझसे करो, जननियो में क्या रखा है
वॉर छोड़ दो ना यार
उमर भी क्या चीज बना देती है इंसान को
एक - द पॉवर ऑफ़ वन
जैसे धोती पहनके कोई भी गांधी नहीं बन जाता है ... चिकनी चमेली पे डांस करने वाली कोई कैटरीना नहीं बन जाती है ... वैसी ही टाई, सूट, बूट, फॉर्मल पहनने के अंग्रेजी बोलने वाला सेल्समैन नहीं बन सकता है
बटर उतना ही लगाओ जितना खा पाओ ... ऐसा ना की बटर लगाओ और फिसल जाओ
फ्राईडे
आप नेचुरल तरीके से अपने ईमानदारी की कमाई का काम करते जाइये ... देश प्रगति खुद बा खुद करता चला जाएगा
न्यूटन
तुमको देखा तो ये ख्याल आया... जिंदगी धूप और तुम नर्म छाया
युवा
आज फिर जलवा, फिर पार्टी ... शराब, कबाब और हम आप
सी कंपनी
उसके रामायण शुरू होने के पहले उसका महाभारत कर देंगे
हम तुम शबाना
मूर्खों के मोहल्ले में सयानो का झोपड़ा ... कहां से चलाये इस दुनिया में समझदारी का रोकड़ा