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फना मूवी डायलॉग्स - Fanaa (2006) Movie All Dialogues

Fanaa is a 2006 Indian romantic crime drama film, directed by Kunal Kohli and produced by Yash Raj Films. The film stars Aamir Khan in an anti-hero role, Kajol as his blind love interest, and Rishi Kapoor, Tabu and Sharat Saxena in pivotal roles.

Fanaa Movie Dialogues

फना मूवी डायलॉग्स - Fanaa Movie All Dialogues in Hindi

हमसे दूर जाओगे कैसे, दिल से हमें भुलाओगे कैसे.....हम वो खुशबू है जो साँसों में बसती है, खुद की साँसों को रोक पाओगे कैसे
बेखुदी की ज़िन्दगी हम जिया नहीं करते.....जाम दूसरों से छीनकर हम पिया नहीं करते.....उनको मोहब्बत है तो आकर इज़हार करे.....पीछा हम भी किसी का किया नहीं करते
आग सूरज में होती है, जलना ज़मीन को पड़ता है.....मोहब्बत निगाहें करती है, तड़पना दिल को पड़ता है
पानी से प्यास ना बुझी तो मैखाने की तरफ चल निकला....सोचा शिकायत करू तेरी खुदा से, पर खुदा भी तेरा आशिक़ निकला
कहते है प्यार में नींद उड़ जाती है, कोई हमसे भी मोहब्बत करे....कमबख्त नींद बहुत आती है
फूल हूँ गुलाब का चमेली का मत समझना, आशिक़ हूँ आपका अपनी सहेली का मत समझना
ऐसा लगा खुद ने रख दिया हमारे दिल पे हाथ, लिया नाम हमारा उन्होंने कुछ ऐसी अदा के साथ
दर्द से आँखे चार कर लेंगे, हम भी इम्तिहान दे देंगे.....तेरी दोस्ती के खातिर ए दोस्त, हम दुश्मनो से भी प्यार कर लेंगे
अगर अँधा होता, तो दुनिया की सबसे हसीन चीज़ देख नहीं पाता.....आप
बैठी है होठों को सिकर, पछताएंगी आप.....इश्क़ जाग उठता है अक्सर, ऐसी ख़ामोशी के बाद
काश में ऊन का गोला होता और उनकी उंगलियों में लिपटा होता
तुझे इस बाजार का दस्तूर में समझा नहीं सकता, बिक गया जो वो खरीदार हो नहीं सकता
तुम्हारी खूबसूरती ने खुदा से एक खता करा दी, कहीं खुद से नज़र ना लग जाये.....युंकर तुम्हे नज़र ना दी
ना शहर देखो ना बियाबाँ देखो, खुद का एकलौता नामो-निशाँ देखो बस आँख उठाओ और रेहान देखो
अधूरी सांस थी, धड़कन अधूरी थी, अधूरे हम.....मगर अब चाँद पूरा है फलक पे, और पूरे है हम
आमिर खान
सही और गलत के बीच फैसला करना बहुत आसान है, लेकिन दो सही रास्तों में से बेहतर चुनना और दो गलत रास्तों में से मुनासिफ यही हमारी ज़िन्दगी के फैसले करते है
तेरे दिल में मेरी साँसों को पनाह मिल जाये......तेरे इश्क़ में मेरी जान फना हो जाये
भूल करके अगर हमसे कोई भूल हो, तो भूल समझकर भुला देना.....लेकिन भुलाना सिर्फ भूल को, गलती से भी हमें ना भुला देना
कभी कभी एक आदमी का सही, दूसरे का गलत हो सकता है
इंसान की ख्वाइश की कोई इन्तहा नहीं, दो गज़ ज़मीन चाहिए दो गज़ कफ़न के बाद
काजोल
हम आज जो फैसला करते है.....वही हमारे कल का फैसला करेगा
शराब पीने दे मस्जिद में बैठकर ग़ालिब.....या वो जगह दिखा दे जहाँ खुद ना हो
ऋषि कपूर
जान उसे दो जो अपना दिल तुम्हे दे, लेकिन अपना गुरूर सिर्फ उस पे कुर्बान करो.....जो तुम्हारे प्यार में फना हो जाये
किरण खेर

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