विजय राज के डायलॉग्स - Vijay Raaz All Dialogues in Hindi
Umesh JoshiMarch 27, 20220
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विजय राज के डायलॉग्स - Vijay Raaz All Dialogues in Hindi
ये अरबियों का डोंगरी है बेटा ... यहां शानपट्टी सिरफ शानो पे जचती है ... पुलिस वालों पे नहीं
डिशूम
बड़ा कमज़ोर लेग पीस है... क्या मुर्घी को पोलियो हो गया था क्या?
थोड़ा सा हमारी तरह से भी रो देना
ग्रेजुएट समझ के हमको लाइन मार रही है क्या?
कइका दिल्ली है भैया, दिल तो है ही नहीं किसी के पास
अबे चाय मांगी थी, पार्लियामेंट से आएगी क्या?
भगवान को मालुम था की आदमी साला कुछ करे ना करे लेकिन दारु जरूर पियेगा ... इसिलिए उसे आदमी को एक दिमाग, एक थोपड़ा, एक दिल दे दिया ... लेकिन किडनी दो दे दिया, की अगर एक खराब हो तो आदमी दूसरी से अपना काम चला रहे
रन
ये आंखें नहीं कैमरा है... और इस कैमरे ने आपके अंदर के कलाकार को पहचान लिया है
वेलकम
क़ैद में है ज़िंदगी, आज़ाद हो जा ... मोहब्बत में चल बरबाद हो जा ... तेरी शहाद सी आवाज़ को कानो से चक्कर लूं ... तू मेरे इश्क का मीठा स्वाद हो जा
दिल तूने कुछ ऐसा कर डाला... ना जी रहा हूं ना मर रहा हूं... यो क्या हो गया साला
ड्रीम गर्ल (2019)
वही ताज है, वही तख्त है, वही जहर है, वही जाम है... ये वही खुदा की जमीन है, ये वही भूतों का निजाम है... बड़े शौक से मेरा घर जला, कोई आंच तुझ पर ना आएगी ... ये ज़बान किसी ने खरीद ली, ये कलाम किसी का गुलाम है
यहाँ लिबास की किमत है आदमी की नहीं ... मुझे गिलास बड़ा दे शराब कम करदे
डेढ़ इश्क़िया
ये तमंचा कच्छे में रखो बबुआ ... बिहारी है हम ... थूक के माथे में छेड कर देंगे
सूरमा
अपना लाइन में आदमी हथियार से नहीं मारा जाता है...इनफार्मेशन से मारा जाता है
ये दुनिया में अंडरवर्ल्ड... पुलिस का दया और लालच पर चलता है