
भूमि पेडनेकर के डायलॉग्स - Bhumi Pednekar All Dialogues in Hindi
फिर कभी किसी ने आपके हसी की तारीफ की...तो सोचियेगा ये हसी आपके चेहरे पे वजह से
जहाँ चाह वहां राह होती है...और जहाँ प्यार वहां परवाह होती है
पति पत्नी और वो
(औरत चाहे किसी भी मुकाम पर पहुंच जाये, पर अपनी से कतराती है) - सही उम्र बताने में के है....पर असल में औरत उस उम्र का सही हिसाब ना लगा सके है जो उसने अपने लिए जी हो
सांड की आँख
दिल्ली के लड़कों के बारे में ना ज़्यादा सोचना नहीं चाहिए...फालतू में एक्सपेक्टेशन बढ़ जाती है
शादी के बाद लव स्टोरी शुरू नहीं होती...ख़तम हो जाती है
शुभ मंगल सावधान
दुर्गामती हूँ मैं...सबका हिसाब लुंगी...तब तक ना तो मैं जाउंगी ना किसी को जाने दूंगी