![[feature] Rajesh Khanna Dialogues Rajesh Khanna Dialogues](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEj3kgQhU5t34HdssxhrB97KTAY4XNkVaeEfrB2IC7hX4qB8Y7kpbcZlRejF_GFbS1n9cLAyNNS_udiaAQyMG1-jK1wBQwRXkYyvQCxQOe8kdn-PD56m9goPOJrUupYwng9FQ5HFZSCsY6yM/s1600/rajesh-khanna-dialogues.jpg)
राजेश खन्ना डायलॉग्स - Rajesh Khanna Dialogues Hindi
बाबुमुशाय, ज़िन्दगी बड़ी होनी चाहिए.....लंबी नहीं
बाबुमुशाय, ज़िन्दगी और मौत ऊपर वाले के हाथ है.....उसे ना तो आप बदल सकते है ना मैं.....हम सब तो रंगमंच की कठपुतलिया है जिनकी डोर ऊपर वाले के उँगलियों में बंधी है
जब तक ज़िंदा हूँ तब तक मरा नहीं......जब मर गया साला मैं ही नहीं
कब, कौन, कैसे उठेगा......ये कोई नहीं बता सकता
मौत तो पल है
हम आने वाले ग़म को खींच तान कर आज की ख़ुशी पे ले आते है......और उस ख़ुशी में ज़हर घोल देते है
पुष्पा, मुझसे ये आसूँ नहीं देखे जाते......I hate tears
लोग ज़िन्दगी का सबसे छोटा, सबसे कीमती लब्ज़ भूल गए है......प्यार