जीतेन्द्र के डायलॉग्स - Actor Jeetendra All Dialogues in Hindi
Umesh Joshi
October 22, 2016
जीतेन्द्र के डायलॉग्स - Jeetendra All Dialogues in Hindi
प्यार में मोहब्बत में दिल जो टूट जाते हैं, लोग ऐसी हालत में तेरे पास आते है |
जाल (1986) |
हालात की मजबूरी से अगर इंसान कीचड में गिर जाए, तो उसका खून गन्दा नहीं हो जाता |
दिल आशना है (1992) |
उल्फत के रास्ते में ना दीवार कोई आये, जैसे मिले है हम, खुदा सबको यूँही मिलाये |
हातिम ताई (1990) |
आदमी हालात और कमज़ोरियों की मिट्टी से बना हुआ वो खिलौना है, जिसे गलतियां होती रहती है |
आदमी खिलौना है (1993) |
इस ज़मीन से कभी नफरत मत करना, क्यूंकि आदमी जब ऊँचाई से लुढ़कता है, तो उसे नीचे इस ही ज़मीन पर आना पड़ता है |
बेइज़्ज़ती की छत के नीचे जीने से बेहतर है, की इंसान बिना छत के इज़्ज़त से जिए |
खुदगर्ज़ (1987) |
जुर्म की दुनिया के छोटे भाई, हम कानून की दुनिया के बड़े भाई है |
थानेदार (1990) |
कागज़ फाड़ने से लिखाई मिट सकती है लेकिन सच्चाई नहीं |
चौराहा (1994) |